अगर सालों की मेहनत के बाद उसे सिर्फ़ एक डिग्री मिले, जो दरवाज़े न खोले? प्यारे माता-पिता और शिक्षकों, ये सिर्फ़ एक सवाल नहीं, बल्कि एक जागने की पुकार है! दुनिया तेज़ी से बदल रही है, और हमारे बच्चों का भविष्य सिर्फ़ स्कूल में दाखिले पर नहीं टिका। हमें उन्हें ऐसे हुनर देना होगा, जो उन्हें सिर्फ़ ज़िंदा न रखें, बल्कि उन्हें आसमान छूने दें!